क्या खूब अंदाजे बयां का हुनर रखते हैं आप, क्या खूब अंदाजे बयां का हुनर रखते हैं आप!!... कहती नही जुबां कुछ भी और तेरे इन खामोश निगाहों ने ढेरों अल्फाज ही कह दी...
हम ढूंढते रहे तेरे इक इशारे का मतलब, और तुमने तो पूरी किताब ही लिख दी...
तेरे हुनर के कायल तो तब हुए हम..तेरे हुनर के कायल तो तब हुए हम......... जब तेरी खामोश निगाहों को हम बस घूरते रह गए और आपने तो पूरी एक ग़ज़ल ही लिख दी ....।
©Vini