काग़ज़ की कश्ती थी पानी का किनारा था; खेलने की मस | हिंदी Love

"काग़ज़ की कश्ती थी पानी का किनारा था; खेलने की मस्ती थी ये दिल अवारा था; कहाँ आ गए इस समझदारी के दलदल में; वो नादान बचपन भी कितना प्यारा था। ©blackbrunhyper"

 काग़ज़ की कश्ती थी पानी का किनारा था;
 खेलने की मस्ती थी ये दिल अवारा था;
 कहाँ आ गए इस समझदारी के दलदल में;
 वो नादान बचपन भी कितना प्यारा था।

©blackbrunhyper

काग़ज़ की कश्ती थी पानी का किनारा था; खेलने की मस्ती थी ये दिल अवारा था; कहाँ आ गए इस समझदारी के दलदल में; वो नादान बचपन भी कितना प्यारा था। ©blackbrunhyper

#lovebet #letforyou #filling#

People who shared love close

More like this

Trending Topic