बेटी बचाओ आज माता - पिता बेटी को शिक्षा देने से नहीं कतराते
लेकिन बेटी को यह बताए ,
कि फोन सुरक्षा है , बेटी को बताए , कि समाज साथ है
उसे प्रशासन का साथ है ,
, बेटी को यह बताए कि हवस के दरिंदे, तुम्हें मधुर बोली से
गुमराह कर तुम्हें पैर के नीचे की जमीन छीन लेते है ,
परिवार संस्कार कुरीतियों के रश्मों रिवाज छीन लेते है
निर्भया लव जेहाद जैसे जैसे लाखों पीड़ाओं के दल दल में
धकेल देते है ,
एक भुल उसके जीवन को गर्त में डाल देते है ,
आसान नहीं है , खुला सड़क पर कदम रखना
इसके लिए नालायक औलादों पड़ कड़ी नजर रखना पड़ता है !
Today's daughters are making tremendous achievements everywhere.
©sanjay kumar mishra