दसलक्षण पर्व का तीसरा दिन है उत्तम आर्जव दसलक्ष | हिंदी Life

"दसलक्षण पर्व का तीसरा दिन है उत्तम आर्जव दसलक्षण पर्व का तीसरा दिन उत्तम आर्जव है, जो व्यक्ति की भाव शुद्धता पर जोर देता है। यह हमें बताता है कि छल-कपट से जीवन जीने से व्यक्ति को हमेशा दुख भोगना पड़ता है, इसलिए जितना हो सके सरल स्वभाव रखें। साथ ही, मोह-माया व बूरे कर्म सब छोड़कर सरल स्वभाव के साथ परम आनंद मोक्ष की प्राप्ति की जा सकती है। ©AARPANN JAIIN"

 दसलक्षण पर्व का तीसरा दिन है
 उत्तम आर्जव


दसलक्षण पर्व का तीसरा दिन उत्तम आर्जव है, जो व्यक्ति की भाव शुद्धता पर जोर देता है। यह हमें बताता है कि छल-कपट से जीवन जीने से व्यक्ति को हमेशा दुख भोगना पड़ता है, इसलिए जितना हो सके सरल स्वभाव रखें। साथ ही, मोह-माया व बूरे कर्म सब छोड़कर सरल स्वभाव के साथ परम आनंद मोक्ष की प्राप्ति की जा सकती है।

©AARPANN JAIIN

दसलक्षण पर्व का तीसरा दिन है उत्तम आर्जव दसलक्षण पर्व का तीसरा दिन उत्तम आर्जव है, जो व्यक्ति की भाव शुद्धता पर जोर देता है। यह हमें बताता है कि छल-कपट से जीवन जीने से व्यक्ति को हमेशा दुख भोगना पड़ता है, इसलिए जितना हो सके सरल स्वभाव रखें। साथ ही, मोह-माया व बूरे कर्म सब छोड़कर सरल स्वभाव के साथ परम आनंद मोक्ष की प्राप्ति की जा सकती है। ©AARPANN JAIIN

#jainism #Jain #Life_experience

People who shared love close

More like this

Trending Topic