खाली खाली इस दौर में अकेले बैठ जाना कितना बेदर्द है इस मौसम में बरसात का आना शायरी हमारी सिर्फ हम गुनगुना रहे हैं अकेले महंगा हो गया है इस दौर में वाहवाही लूट पाना ©'लेख' ₹@J Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto