White कभी जीने की तमन्ना
कभी मर मिटने का ख्याल
बस चलता ही जा रहा हूं मैं
मैं विरान राहों पर
और ना मंजिल का ख्याल
बे रुखी सी जिंदगी
हैं गैरों सा व्यवहार
फिर भी जीए जा रहा हूं मैं
दर्दों ग़म से भरी है जिंदगी
हर ज़ख्म को का सिये जा रहा हूं
मैं
बस पीये जा रहा हूं मैं
©Sushil
इन्सान का हाल