कुछ नहीं है इस जीवन में
मोह प्रेम तो सिर्फ माया है
तुम जो कर लो मन को अपने
बस में ,नहीं दूसरा छाया है
जीवन को जीतो तो बुद्धि मारी
खुद को जीतो तो राजा तुम
आज प्रण लो पर्वत को पिघलाना
तुम्हीं हो , नहीं है तुमसा दूजा कोई
चल विश्वास रगों में भरकर
दिखला से सागर पर चले तू
#mentalHealth