दिख जायें वो अपनी गलियों में ऐसी शाम होती ही नहीं | English Shayari
"दिख जायें वो अपनी गलियों में
ऐसी शाम होती ही नहीं
आप को देखें वगैर
ये आँखें रात को सोती ही नहीं
सुकूँ मिलता है आप को देख कर,
आप से बातें कर के
सच कहूं तो
हाल-ऐ-दिल कुछ ऐसा है
कि आप का ख़याल आये बिना
मेरी कोई सुबह होती ही नहीं
_पवन"
दिख जायें वो अपनी गलियों में
ऐसी शाम होती ही नहीं
आप को देखें वगैर
ये आँखें रात को सोती ही नहीं
सुकूँ मिलता है आप को देख कर,
आप से बातें कर के
सच कहूं तो
हाल-ऐ-दिल कुछ ऐसा है
कि आप का ख़याल आये बिना
मेरी कोई सुबह होती ही नहीं
_पवन