"तू डोर मैं पतंग
तू राग मैं रंग ।
तुझ बिन कौन मेरा अपना है,
तू जहाँ मैं तेरे संग ।
तू दिन तू रात,
तू सोच तू ही बात ।
तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं,
जीना मरना बस तेरे साथ"
तू डोर मैं पतंग
तू राग मैं रंग ।
तुझ बिन कौन मेरा अपना है,
तू जहाँ मैं तेरे संग ।
तू दिन तू रात,
तू सोच तू ही बात ।
तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं,
जीना मरना बस तेरे साथ