Unsplash मैं मेरी नही रही,
वो हंसी,वो खुशी सब निढाल है
मैं बेबाक खोई सी हूं खुद में,
पता नहीं तलाश है किसकी।
यूं समझो एक भवर के बीच हूं
कुछ टुट जाने का खौफ है
कुछ रोने से डरती हूं,
उस भवर से लड रही है दिलों जान मेरी
मैं भी बस एक रोज यूं ही अलविदा ले जाऊंगी
लेकिन मुझे जब भी याद करोगे हमेशा करीब पाओगे।।
©Priyanka Siraswal
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