तुम थी शहर की लड़की मय गांव का गवार
गलती है मेरी मय ने किया तुझपे एतबार।
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तू है सनम हसीन बड़ी तुझको है गुमान
तू है अभी जवान अभी कहर ढाए गी
ढल जाएगी जवानी तो तू पछताएगी✏️
तारीफ तेरे हुसन की करता है जमाना
जैसे डोले का हुस्न तेरा देगा यही तान ताना
तब तू कैसे मुझसे नजरें मिला आएगी
छुप जाएगी घर में तो सब से नजरे बचाएगी
गलती तभी तेरी तुझको याद आए गी
©Ms. Sultanpuri
एक कहानी मेरी भी #मेरा प्यार #मेरी जान