मैं गीत गाता हूँ समंदर पार जा कर के कहीं तुम मिल ज
"मैं गीत गाता हूँ समंदर पार जा कर के
कहीं तुम मिल जाओ बस यही एक आश ले कर के
तुम में पानी देखा है मैंने प्यास बन कर के
बूझाओ तो तुम जानो
नहीं तो मिट जायेंगे तूफान बन कर के
_सचिन मेहरा"
मैं गीत गाता हूँ समंदर पार जा कर के
कहीं तुम मिल जाओ बस यही एक आश ले कर के
तुम में पानी देखा है मैंने प्यास बन कर के
बूझाओ तो तुम जानो
नहीं तो मिट जायेंगे तूफान बन कर के
_सचिन मेहरा