हज़ारों से बात बिगड़ी जब मैने तुझे अपनाया था
लेकिन तू भी वही निकला जो लोगों ने बताया था
ना जाने कितने दुश्मन पाले पर तुझसे वफादारी की
ओर तूने अपने चंद दिनों के प्यार के लिए मुझसे गद्दारी की
लगा कर बीच में आग वो खुश है तो अभी खुश ही सही
आयेगा मेरा वक्त भी ओर तुम्हारी जिंदगी में मचेगी तबाही
जिस तरह अभी आई इस दरार की वजह वो है
वैसे ही तेरी उस बर्बादी की वजह भी होगी वही
©Starry Star
#addiction कविता