एक स्त्री की आबरू को,
भरे बाजार छलनी कर जाते हैं,
खुद को मर्द कहने वाले,
एक महिला की इज्ज़त से खेल जाते हैं।
खुद की हवस को मिटाने के लिए,
दूसरे की बेटी की बलि चढ़ाते हैं,
खुद को मर्द कहने वाले,
एक महिला की इज्ज़त से खेल जाते हैं।
कभी महिला दिवस,तो कभी बेटी दिवस मनाते हैं,
लेकिन उनकी सुरक्षा में कभी
कोई कदम नहीं उठाते हैं,
खुद को मर्द कहने वाले,
एक महिला की इज्ज़त से खेल जाते हैं।
एक अकेली औरत पर,
वो अपना बल हमेशा दिखाते हैं,
बलात्कार कर उसका,
उसे मरने को छोड़ जाते हैं,
खुद को मर्द कहने वाले,
एक महिला की इज्ज़त से खेल जाते हैं।
#justiceforall
#justiceforallgirls
@कृष्णा
@krishna
#krishna_singh_rajpu_ ji
एक स्त्री की आबरू को,
भरे बाजार छलनी कर जाते हैं,
खुद को मर्द कहने वाले,
एक महिला की इज्ज़त से खेल जाते हैं।