जला हो जिनका जिस्म कभी,
वो दूसरों पे तेज़ाब नही फेका करते।
लुटा हो जिनका आशियाना कभी,
वो किसी को किसी का पता नहीं देते।
बिखरा हो जिनका जीवन कभी,
वो दूसरों की लाठियां नहीं तोड़ा करते।
और टूटा हो जिनका दिल कभी,
वो किसी के सपने नहीं तोड़ा करते।
©Manisha Sharma
#meltingdown