"बदल जाता है वक्त
वैसे बदल गयी हूॅं मैं
साथ रहते थे दोस्त सारे
अब यादों में खो जाती हूॅं मैं
सपनों में जीना छोड़
हक़ीक़त में जी रही हूॅं मैं
जो मिला उसे अपनाया
ज़िद करना भुल गई हूॅं मैं
बदलते लोग मिले सफ़र में
उन्हीं के बजह से बदल गई हूॅं मैं
©kk_jazbaat
"