जो हमे धूप से छाव देती है
जो हमारे लिए दुख को सुख में बदल देती हैं
जिसके आंचल मे दिन व रात हैं
उस मां के आंचल की क्या बात है।।
हर मुसीबत में जो साथ देती हैं
जिसके आने से घर में रौनक आती हैं
जो देती पल पल साथ हैं
उस मां के आंचल की क्या बात है।।
हर प्रश्न का उत्तर वो देती हैं
वो अपने काम से कभी न छुट्टी लेतीं हैं
हर दुख को देती वो मात हैं
उस मां के आंचल की क्या बात हैं
हर दिन वो हमारे भविष्य के बारे मे सोचती है
बेटी और न बेटे मे वो न अंतर करतीं हैं
मेरी माँ मेरे लिए खुशियों की सौगात है
उस मां के आंचल की क्या बात है।।।
रौली मिश्रा
meri dayri se har ma ke liye
ek poem