#BoloDilSe#poetry मान जाएगा कभी,मुझको यक़ीं रहता है,वो मेरे दिलकी बगिया में कहीं रहता है/१
जिस की*आमद से संवरते थे,दिल_दयार मेंरे,ऐ सनम बोल कहाँ अब वो हसीं रहता है//२
*आवक,आना
इक*काशाने में,सब साथ रहा करते थे,वहा अब कोई नहीं कोई नहीं रहता है//३*झोपड़ी
तुझसे मिलने पे भी लगता है के युग बीत गए*मुखलीसे इश्क में,ये वक्त यूहीं रहता है//४