समझो, कुछ मज़हबी गद्दार, सियासत के खेल में है
न तेरा अल्लाह जेल में है,न उसका हनुमान जेल में है
वो ना समझ है, जिन्होने चाट रखी है, धर्म की अफीम
बिना सोचे समझे चल दिए,फना होंने,वो इंसा जेल मे है
धर्म से है, आदमी की पहचान, पहचान ही रहने दो
हिंदू को हिंदू, मुसलमान को, मुसलमान ही रहने दो
ना भड़काओ, इनके दिलों में, मज़हबी दंगे साहेब
ये हैं इंसान इनको इंसान ही रहने दो
साहेब अलीगढ़ी ।।। 20/04/2022
©साहेब अलीगढ़ी ।।।
#न तेरा अल्लाह