अपनेपन की कीमत आज बता दी गयी है,
एक गलती से जुदाई बढ़ा दी गयी है.....
भूल जाऊँ मैं उसको ,और गलत समझूँ ,
मेरी बताई तस्वीर तक ,कहीं से हटा दि गयी हैं...
कुछ नज्म लिखी ,कुछ बातें रात भर जाग कर मैंने ,
नफरत की आग में आज एक एक जला दी गई है.....
गर ममता में क़ुसूर इतना है तो रहे सुनी झोली
मेरी ,ये खुद से खुद को मेरी दुआ दी गई है .........
आहिस्ता आहिस्ता जाना था पर वो ऐसे गया, जैसे
किरदार से मेरे ममता की खुशबु उड़ा दी गयी है....
सिर्फ कह देने से किसी का ऐसा रिश्ता नहीं बनता,ये कह
उसके,कुछ अपनों ने,हमारे बंधन को ऐसी सजा di गईं हैं
इंतजार नहीं करना मर के भी मेरा, भाभी माँ, कुछ यूं
उस नादान के हाथों से हस्तियां मेरी दफ़ना दी गयी है....
Sku..✍️🥺😑
©Shakina
#LateNight