"निगाहें और नशा उनकी आंखों मोहब्बत नज़र आती है
पलकें झुकते ही आहिस्ता मिल जाती हैं।
ये दीवानापन हमसे ना पूंछो यारों
उनकी आंखों में शरारत नज़र आती है।
ये निगाहें हमें पागल कर रही हैं
अब छोड़कर जाना भी मुनासिब नहीं
ये नशा ही बड़ा अनोखा है...
उनकी आंखों में इबादत नज़र आती है।
©शून्य"