तेरे एहसास का धुंआ मेरे वजूद को जाने कब से जला रहा है तुम तो इस साल भी लौटकर वापस आने से रही यार देखो न दिसम्बर फिर से जा रहा है ©kavi lakshYA Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto