वह कक्षा 3 क़ी घटना थी
मोगली सुपारी मेरे खिसा मे थी
कपड़ा धोवत हुआ प्रहार
मोगली भागत आँव बाहर
माँ ने देखी सुपारी क़ी टार
संध्या बेला किया सवाल
सवाल से माँ के भयभीत मै
हुआ आघात मुझपर बारम्बार
है मोगली तुने खुब फसायो
फिर वो अठन्नी मुझे ना भायो
©akashsingh
childhood story