आऐ पगलु,, तेरा, मेरा हो कर भी ,ना होना चुभता है | हिंदी Shayari

"आऐ पगलु,, तेरा, मेरा हो कर भी ,ना होना चुभता है तू मेरा ना हो कर भी ,मेरा है ये कैसी कस्मकश है तुझ से मोह्बबत होकर भी ,ना जता पाना चुभता है ©flute family"

 आऐ पगलु,, 

तेरा, मेरा हो कर भी ,ना होना 
चुभता है 
तू मेरा ना हो कर भी ,मेरा है 
ये कैसी कस्मकश है 
तुझ से मोह्बबत होकर भी ,ना 
जता पाना चुभता है

©flute family

आऐ पगलु,, तेरा, मेरा हो कर भी ,ना होना चुभता है तू मेरा ना हो कर भी ,मेरा है ये कैसी कस्मकश है तुझ से मोह्बबत होकर भी ,ना जता पाना चुभता है ©flute family

People who shared love close

More like this

Trending Topic