तेरे आंखों की दबी पलकों में तन्हाईयां मालूम है मुझको तेरे थिरकते हुए लबों पे सिसकियां मालूम है मुझको जमाने के इस तीरगी में तेरी उदासियां देख लेता हूं तेरे बेचैन धड़कते दिलों की बेचेनियाँ मालूम है मुझको ©Dr Deep Sahil Rana Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto