ख़ुशी और गम एक सिक्के के दो पहलू, लगते पूरे, अधूरे | हिंदी Sad
"ख़ुशी और गम एक सिक्के के दो पहलू,
लगते पूरे, अधूरे एक दूजे के बिन।
एक मांगे बहाना,
दूजा बेबात भी मुस्कुराए।
एक छीने तुमसे,
दूजा खुशियां फैलाए।
एक बताए अपने कौन
दूजा बेगाने भी पास लाए।"
ख़ुशी और गम एक सिक्के के दो पहलू,
लगते पूरे, अधूरे एक दूजे के बिन।
एक मांगे बहाना,
दूजा बेबात भी मुस्कुराए।
एक छीने तुमसे,
दूजा खुशियां फैलाए।
एक बताए अपने कौन
दूजा बेगाने भी पास लाए।