White मैं तेरे दिल में रहूंगा तो कहूंगा गजलें
दिल के दरिया से मिलूंगा तो कहूंगा। गज़लें
मेरे बहते हुए हर अश्क पे रोने वाले
तेरी आंखों से बहूंगा तो कहूंगा गज़लें
राहें पुर-ख़ार पे चलता है ये आशिक़ तेरा
इश्क़ -ए- ग़म-ख़्वार बनूंगा तो कहूंगा गज़लें
अब्र ए मुस्कान बरसता है मेरे आंखों से
सहरा ए इश्क़ चलूंगा तो कहूंगा गज़लें
मैं तो ज़िंदान मे था मैने मुहब्बत कर ली
मुकदमा दिल का लडूंगा तो कहूंगा गज़लें
©Irfan Saeed
मैं तेरे दिल में रहूंगा तो कहूंगा गजलें
दिल के दरिया से मिलूंगा तो कहूंगा गज़लें
मेरे बहते हुए हर अश्क पे रोने वाले
तेरी आंखों से बहूंगा तो कहूंगा गज़लें
राहें पुर-ख़ार पे चलता है ये आशिक़ तेरा
इश्क़ -ए- ग़म-ख़्वार बनूंगा तो कहूंगा गज़लें