हाथ से जब भी पकड़ा रेत की तरह फिसल गया मैने जिंदगी | हिंदी Motivation

"हाथ से जब भी पकड़ा रेत की तरह फिसल गया मैने जिंदगी मैं जिसे चाहा वो अधूरा रह गया अब जीना है मुझे अब पाना है मुझे मेरे खुले सपनों को वो लक्ष्य है जिसे पाना है मुझे ©R.k writes"

 हाथ से जब भी पकड़ा रेत की तरह फिसल गया
मैने जिंदगी मैं जिसे चाहा वो अधूरा रह गया
अब जीना है मुझे 
अब पाना है मुझे 
मेरे खुले सपनों को 
वो लक्ष्य है 
जिसे पाना है मुझे

©R.k writes

हाथ से जब भी पकड़ा रेत की तरह फिसल गया मैने जिंदगी मैं जिसे चाहा वो अधूरा रह गया अब जीना है मुझे अब पाना है मुझे मेरे खुले सपनों को वो लक्ष्य है जिसे पाना है मुझे ©R.k writes

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