ताउम्र उसके ख्यालों मे रहे
बस हम इसी बात से परेशान रहे
उसे समझने की हर मुमकिन कोशिश की
पर हम तो नादान थे नादान हि रहे
आखिर अपनी बर्बादी का किसे जिम्मेदार ठहराऊ
हम तो इश्क करते थे इश्क मे हि रहे
एक दफा सोचा भी तुझे भुलाने का
पर तुम तो आदत थे आदत मे रहे
आखिर कहाँ जायोगी तुम छोड कर मुझे
हम तो दीपक है हर घर मे रहे
सोचता हूं एक बार तुझे call कर लु
पर हम तो OTP थे अब तेरे किस काम के रहे
✒Deepak Singh🖋
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