"Broken हाँ झुठ कहता हुँ...
कि अब उसे याद नही करता हुँ मै...
काश किसी को बता पाता...
कि अन्दर हि अन्दर कितना चिखता हुँ मै...
और ये जो हर वक्त मुस्कुराता रहता हुँ...
सही समझते हो...
झुठी हसी दिखाता हुँ मै...
aBHI..."
Broken हाँ झुठ कहता हुँ...
कि अब उसे याद नही करता हुँ मै...
काश किसी को बता पाता...
कि अन्दर हि अन्दर कितना चिखता हुँ मै...
और ये जो हर वक्त मुस्कुराता रहता हुँ...
सही समझते हो...
झुठी हसी दिखाता हुँ मै...
aBHI...