#Dil_se_Shukriya@Gunja Agarwal कुछ #फरेबी कुछ होने #साथ दिया कुछ ने #टांग#खींच कुछ लम्हे बन गए और #कुछ यादों में आते हैं यह दिल से शुक्रिया हैं उनके लिए जो हमें अपना अपना मानते हैं जो हमें अपना मानते हैं जाने क्या कर सकते हैं हम आपके लिए न जाने कैसे #चुकाएंगे यह क़र्ज़ बस #शुक्रिया कहते हैं दिल से आपकी इस kam ke liye लगता है कि हम तो है इस भीड़ में इसकी नजर हम पर है और जो हमें अपना sach main मानता हैl @Gunja Agarwal Ehsaas"(Sad)"Radio poetry