सुबह लिखता हूं शाम लिखता हूं मंजिल लिखता हूं मुकाम | हिंदी शायरी Video

"सुबह लिखता हूं शाम लिखता हूं मंजिल लिखता हूं मुकाम लिखता हूं वो कलम भी दीवानी हो जाती है जब महोदय मैं आपका नाम लिखता हूं"

सुबह लिखता हूं शाम लिखता हूं मंजिल लिखता हूं मुकाम लिखता हूं वो कलम भी दीवानी हो जाती है जब महोदय मैं आपका नाम लिखता हूं

#स्वागत शायरी#

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