आप हैं समाज, सभ्यता और संस्कृति के रक्षक
जीवन के अनजाने राहों के पथ-प्रदर्शक
अनमोल है आपकी कही हर वाणी
भेद-भाव की नीति आपने कभी नही जानी
अपने अनुभवों से नीति-न्याय की बाते सिखातें
अनुशासन का पालन करवाते
दृढ़ निश्चयी बनाते
सफलता के लिए प्रेरित करतें
भटके को राह दिखाते
नसीब पर नही कर्म पर भरोसा करना सिखाते
ले कर परीक्षाएँ घड़ी-घड़ी
परिचय हमारा ये खुद से करवाते
अज्ञान दूर कर ज्ञान की ज्योत जलाते
अपने विद्या का करके दान
हम छात्रों का करते कल्याण।।
कर्तव्यनिष्ठ होते हैं आप
स्वयं ईश्वरबक समान
शिक्षा है आपका धर्म-इमान
शिक्षित हो समाज ऐसा होता आपका गुण-गान।।
©Santosh Kumar
#happyteachersday2021.