कितनी मुदतो क़े बाद तो मिली हो नींद ख़ुल जाय तों फ़िर | हिंदी Shayari Vid
"कितनी मुदतो क़े बाद तो मिली हो
नींद ख़ुल जाय तों फ़िर चली जाना
गुज़ारो कुछ पल मेरी सासों क़े दरमियाँ
सूरज निकल आये तो फ़िर चली जाना
कितनी मुदतो क़े बाद तो मिली हो
नींद ख़ुल जाये तो फ़िर चली जाना.
#मk"
कितनी मुदतो क़े बाद तो मिली हो
नींद ख़ुल जाय तों फ़िर चली जाना
गुज़ारो कुछ पल मेरी सासों क़े दरमियाँ
सूरज निकल आये तो फ़िर चली जाना
कितनी मुदतो क़े बाद तो मिली हो
नींद ख़ुल जाये तो फ़िर चली जाना.
#मk