संगीत मैं अगर, राग बनोगे क्या?
चाँदनी मैं अगर, ठंडक बनोगे क्या?
मुस्कान मैं अगर, वजह बनोगे क्या?
खो जाऊ मैं अगर, भीड़ में ढूढ़पाओगे क्या?
मोहब्बत मैं अगर, इश्क़ बनोगे क्या?
बरसात मैं अगर, बूंद बरसोगे क्या?
मेहंदी मैं अगर, उसकी निखार बनाओगे क्या?
उपवास मैं अगर, पारण करवाओगे क्या?
पार्वती कहलाऊ अगर, शिव मेरे कहलवाओगे क्या?
©Aakanksha Raj
#together