कभी भी शिक्वा शिकायत साबिर के सवाली नहीं करतें क्य
"कभी भी शिक्वा शिकायत साबिर के सवाली नहीं करतें
क्योंकि साबिर जी कभी भी उन्हें अपने दर से रुख़सत ख़ाली नहीं करतें
भर जाती हैं मुरादों से सबकी झोलियाँ
क्योंकि मायूस कभी भी किसी को कलियर के वाली नहीं करतें
मो. इक्साद अंसारी"
कभी भी शिक्वा शिकायत साबिर के सवाली नहीं करतें
क्योंकि साबिर जी कभी भी उन्हें अपने दर से रुख़सत ख़ाली नहीं करतें
भर जाती हैं मुरादों से सबकी झोलियाँ
क्योंकि मायूस कभी भी किसी को कलियर के वाली नहीं करतें
मो. इक्साद अंसारी