हे मनुज तुम्हारी इंसानियत
कब सामने आयेगी?
जब पृथ्वी काल के
आगोश में समा जायेगी।
मनुज तुम नर नह,नारायण नही,
निर्मम वीभत्स पक्षी हो।
तुमने आज शिशु गज खाये ,
ऐसा क्रूर नर भक्षी हो।
अब तो शर्म करो मानस तुम
बात मानवता पर आयी हैं,
बहुमूल्य तन सा कोई नहीं
सिर्फ़ तुमने ही पायी है।
@bagh..
#RIPHUMANITY