White शायर : विजय सर जी
तू, मेरा नहीं है, पता है मगर दिल है जो मानता नहीं है,
इश्क की इम्तिहान मे हम, असफल सौ बार हुए,
गर ये दिल कभी हार मानता नहीं है।
तेरी फिक्र में हर बार, जलील होता है
मगर, ये दिल हर बार, तेरी इज्जत करना,
क्यों भूलता नहीं है।।
love❤ jaan
Good morning🥱🌞
©कवि विजय सर जी
#Sad_Status shayari on love