प्रज्ञा-अनजान सूत्र:-चाय/कॉफ़ी सिर्फ तुम्हारे हाथ की बनी हुई हो। एक कप तुम्हारी, एक कप मेरी चूंकि तुम चाय/कॉफी नहीं पीते इसलिए:- एक कप तुम्हारी+एक कप मेरी = दोनों कप मेरी 🤪🤪 ©Pratibha Pragya Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto