खता उनकी भी नहीं है वो भी क्या करते , हजारों चाहन | हिंदी Shayari

"खता उनकी भी नहीं है वो भी क्या करते , हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफा करते ।"

 खता उनकी भी नहीं है 
वो भी क्या करते ,
हजारों चाहने वाले थे 
किस-किस से वफा करते ।

खता उनकी भी नहीं है वो भी क्या करते , हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफा करते ।

#LostTracks

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