मैं बेवजह, दिल को परेशान कर देता हूँ,
मैं दर्द, बखू़बी से बयाऩ कर लेता हूँ।
सम्भल कर आँसू बहें कि दिल देख ना पाए,
मैं ख़्वाबों में बुने ख़्वाब से आसमान भर देता हूँ।
बहकता मौसम मुझे बहका रहा है,
और पूछ रहा है कि, "बताओ मैं क्या कहता हूँ?"
आज मन के शोर से बहुत दूर,
मैं गंगा की तन्हाई में बहता हूँ।
अपने आज से, अपने अतीत से,
मैं लड़ लेता हूँ,
उन सभी तस्वीरों में छिपी कहानियों को,
मैं पल भर में पढ़ लेता हूँ,
और शायद यूँ ही,
ख़ुद को अकेला करके,
मैं बेवजह, दिल को परेशान कर देता हूँ,
मैं दर्द, बखू़बी से बयाऩ कर लेता हूँ।
बेवजह
#Nojotovoice #kalakaksh #Talent #Nojoto #nojotohindi #Hindi