"White दर्द का सूरज ढलता नही क्यूँ
हमारा वक्त बदलता नही क्यूँ
ठोकर खाकर संभलने लगे सब
हमारा नसीब बदलता नहीं क्यूँ
सभी के घरों में रोशन दिया हैं
हमारे आंगन का दीपक जलता नही क्यूँ
रहम सब पर करता है ईश्वर हमारा
हमारा खुदा ही पिघलता नही क्यूँ
©Rahul prajapati
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