रिवाज़ तो देखो,कैसा है हमीमें लोग, लोगों को दफनाते | हिंदी Shayari
"रिवाज़ तो देखो,कैसा है हमीमें
लोग, लोगों को दफनाते हैं ज़मीं में
बताकर मसीहा ज़मानेभर को
आँसू खोजते हैं,हसीं में
क्या इंसां,
इंसा होते हैं सही में...?
:-जहीर हक"
रिवाज़ तो देखो,कैसा है हमीमें
लोग, लोगों को दफनाते हैं ज़मीं में
बताकर मसीहा ज़मानेभर को
आँसू खोजते हैं,हसीं में
क्या इंसां,
इंसा होते हैं सही में...?
:-जहीर हक