अगर मैं कभी लड़खड़ा जाऊं तो तुम संभाल लोगे ना?
अगर मैं कभी तुमसे नाराज़ हो जाऊं तो मना लोगे ना?
अगर मैं कभी तुमसे दूर जाऊं तो गले से लगा लोगे ना?
अगर मैं कभी तुमसे ना बोल पाऊं तो समझ जाओगे ना?
अगर मैं कहीं नज़र ना आऊं तो मुझे ढूंढ लोगे ना?
अगर मैं कभी रुआंसी हो जाऊं तो मेरे आंसू पोंछ दोगे ना?
अगर मैं कभी बात बंद करूं तो तुम बातें शुरू करोगे ना?
अगर मैं कभी खुद को अकेला महसूस करूं तुम मेरा साथ दोगे ना?
अगर मेरे होठों की मुस्कान गुम हो जाए तुम मेरी मुस्कान बनोगे ना?
अगर मुझे किसी की कमी खले तो तुम मेरे पास रहोगे ना?
अगर मेरे जीवन में अंधेरा छा जाए तुम मेरा उजियारा बनोगे ना?
अगर मैं कभी परेशान सी रहूं तुम मेरा समाधान बनोगे ना?
अगर कोई ना हो मेरा अपना तुम मेरे परम मित्र बनोगे ना??
©Kajal Sugandh
#promiseday