क्या गौर करू उस मानसिकता पे मैं जो देह मे जान नही | English Video
"क्या गौर करू उस मानसिकता पे मैं
जो देह मे जान नहीं समझता?
जीता तो खुद हैँ मर्द बनकर भरपूर मगर वो !
दुसरो के प्राणो को प्राण नहीं समझता l
क्या सजा मुकम्मल करेगा मेरे मौला इसके लिए?
सजा का दर्द समझेगा कैसे वो?
जो इंसान दूसरे इंसान को इंसान नहीं समझता !"
क्या गौर करू उस मानसिकता पे मैं
जो देह मे जान नहीं समझता?
जीता तो खुद हैँ मर्द बनकर भरपूर मगर वो !
दुसरो के प्राणो को प्राण नहीं समझता l
क्या सजा मुकम्मल करेगा मेरे मौला इसके लिए?
सजा का दर्द समझेगा कैसे वो?
जो इंसान दूसरे इंसान को इंसान नहीं समझता !