White जब पुरूष प्रेम में होता है
तो उसके अंदर की स्त्री जाग्रत हो जाती है
वो कोमल स्वभाव का हो जाता है।
मंद मंद मुस्कराता हैं
कभी कभी शरमा भी जाता है
कहते कहते
मुझे मोहब्बत है तुमसे..!
अर्थो को लपेट कुछ ओर ही शब्दों में
अपने मन का हाल जताता है
कोरे भी उसकी आँखो की भीग जाती है..!
कल्पना मैं खोया रहता है
समंदर को आंखो से पी जाता है
गीत गुनगुनाता है।
उसके माथे पर पडती धूप को
अपने हाथों का दुशाला ओढाता है
सहारा की तपती रेत में कही दूर
से बचा बचा कर अपनी हथेली में
पानी की चंद बूँदे ले आता है।
अपनी प्रियतमा में उस परम देवी के
शक्ति के दर्शन पा जाता है
अर्धनारीश्वर हो जाता है।
खत्म कर अपना पुरुषत्व,
अंह, शिव के जैसे अपने सीने में
उसका सारा क्रोध पी जाता है
शांत हो जाता है
सरल हो जाता है
बात बात में फिर ना ही घृणा कर पाता है
और बच्चे सा हो जाता है..!!
✍️❣️❣️❣️❣️❣️
©SHOBHA GAHLOT
#Purush