आग लगी थी मेरे घर में,
सब पूछने वाले आए,
हाल पूछा और चले गए।
एक सच्चे दोस्त ने पूछा:
क्या क्या बचा है?
मैंने कहा कुछ नहीं,
केवल मैं बच गया हूं।
उसने गले लगाकर कहा:
दोस्त फिर जला ही क्या हैं!
©Mustak Raza
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