White वक्त की बेड़ियाँ..
वक्त की बेड़ियाँ वक्त पर ही छोड़ देती हूँ
मैं अपने आपको अपनी तरफ मोड़ लेती हूँ
क्या करुँ उस मिजाज का कि मेरा सुख चैन छीन ले
कबतक गिनती रहूँ कमियाँ जो मुझे कर दीन ले
मुझे नही आता वार पर वार करती रहूँ
बेबसी को अपने बेबसी से कहती रहूँ
होगा नशीब मेरा कि दुःखों की लड़ियाँ लगी है
मैंने छोड़ दिया है खयाल की किस्मत मेरी जगी है
फिक्र नही मुझे कि मुझे कितना सहना पड़ेगा
अपनों की खातिर मुझे चूप ही रहना पड़ेगा.....
मी माझी.....
©Sangeeta Kalbhor
#sad_shayari