राख पर अब उनकी लहराएँ समंदर भी तो क्या, सो गए जो | हिंदी शायरी

"राख पर अब उनकी लहराएँ समंदर भी तो क्या, सो गए जो उम्र भर हसरत लिए बरसात की !"

 राख पर अब उनकी लहराएँ समंदर भी तो क्या,

सो गए जो उम्र भर हसरत लिए बरसात की !

राख पर अब उनकी लहराएँ समंदर भी तो क्या, सो गए जो उम्र भर हसरत लिए बरसात की !

People who shared love close

More like this

Trending Topic