White महात्मा गाँधी गद्य-लेखक ही नहीं, पद्य-लेखक भी थे।
हे नम्रता के सम्राट
दीन भंगी की हीन कुटिया के निवासी
हमें वरदान दे कि सेवक और मित्र के नाते
जिस जनता की हम सेवा करना चाहते हैं
उससे कभी अलग न पड़ जायें।
हमें त्याग, भक्ति और नम्रता की मूर्ति बना
ताकि देश को हम ज़्यादा समझें
और ज़्यादा चाहें।
©बेजुबान शायर shivkumar
#gandhi_jayanti
महात्मा गाँधी गद्य-लेखक ही नहीं, पद्य-लेखक भी थे।
हे नम्रता के #सम्राट
दीन भंगी की हीन कुटिया के निवासी
हमें वरदान दे कि #सेवक और #मित्र के नाते
जिस जनता की हम सेवा करना चाहते हैं